शेयर प्राइस क्यों गिरता है?- जाने इसके 10 प्रमुख कारण!
आपने यह तो जरुर सुना होगा कि किसी Share का प्राइस गिर गया है तो इसका मतलब क्या होता है और Share का प्राइस क्यों गिरता है?
शेयर प्राइस गिरने का मतलब यह होता है कि उसके एक Share का कीमत पहले की तुलना में अभी कम हो गया होता है इसे ही बोलते हैं कि Share का प्राइस गिरना। इसका 10 कारण है चलिए इसके बारे में जानते हैं.
आर्थिक मंदीआर्थिक मंदी के दौरान, कंपनियों को कम आमदनी होती है, जो सीधे शेयर की कीमतों को प्रभावित करता है।
राजनीतिक अस्थिरताअगर राजनीतिक अस्थिरता होने लगती है तो लोग पैसा लगाने से डरने लगते हैं जिससे कि उस शेयर का प्राइस गिरने लगता है।
प्राकृतिक आपदाओं का प्रभावअगर कोई भी प्राकृतिक आपदा आती है तो उस कंपनी का अपना जो भी माल का प्रोडक्शन होता है उसको अच्छे तरीके से नहीं कर पाती है जिससे उनका वैल्यू डाउन होता है।
वैश्विक महामारीअगर किसी प्रकार की वैश्विक महामारी देखने को मिलती है तो इससे भी उस कंपनी का प्रोडक्शन रुक जाता है तो उसकी वैल्यू डाउन होने लगता है।
मुद्रास्फीति की भूमिकाजब सभी वस्तुओं या जो सेवाएं होती है उनकी अगर प्राइस बढ़ता है तो लोग चीजें और सेवाएं लेना कम कर देंगे जिससे कि उस कंपनी का वैल्यू डाउन होने लगेगा।
ब्याज दरों में वृद्धि का प्रभावअगर ब्याज दर में वृद्धि होती है तो लोग बैंक से कर्ज़ लेंगे नहीं जिससे कि उनके पास खर्च करने के लिए पैसा नहीं होगा तो इस तरीके से शेयर का प्राइस धीरे-धीरे नीचे चला जाएगा।
कॉर्पोरेट घोटालों का नतीजाअगर उसे कॉरपोरेट कंपनी में किस तरीके का घोटाले का मामला सामने आता है तो लोगों का उस कंपनी पर से भरोसा उठ जाता है जिससे कि उस कंपनी का शेयर प्राइस डाउन होने लगता है।
भू-राजनीतिक तनावअगर निवेशकों को यह लगने लगता है कि किसी भी तरह का युद्ध हो सकता है या व्यापार बाधित हो सकती है तो इससे अपना शेयर बेचना शुरू कर देते हैं जिससे कि उस शेयर का प्राइस कम होने लगता है।
व्यापार युद्धों का आर्थिक प्रभावअगर किसी भी प्रकार का युद्ध हो जाता है तो उससे जो आर्थिक प्रभाव पड़ता है उससे भी शेर का प्राइस गिरने लगता है।
बाजार के बुलबुलेबाजार के बुलबुले कहने का मतलब यह है कि बहुत से लोग कुछ ऐसे टिप्स दे देते हैं जिससे कि लोग उस शेयर को बेचना शुरू कर देते हैं जिससे कि उस शेयर का प्राइस कम होने लगता है।