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जिले के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का 2.25 करोड़ की लागत से हो रहा कायाकल्प

जिले के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का 2.25 करोड़ की लागत से हो रहा कायाकल्प सीएसआर और डीएमएफ से हो रहे कार्य, उद्योगों को अलग अलग संस्थानों को संवारने की दी गई है जिम्मेदारी

रायगढ़ | रोजगार मेले के माध्यम से जिले के युवाओं को स्थानीय उद्योगों में रोजगार के मौके उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में लगातार कार्यरत है।

इसके साथ ही कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा की पहल पर जिले में इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग को बेहतर करने हेतु यहां संचालित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का कायाकल्प किया जा रहा है।

सीएसआर और डीएमएफ से करीब 2.25 करोड़ से अधिक की राशि से इन संस्थाओं में सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है।

बिल्डिंग रेनोवेशन के साथ उपकरणों व संसाधनों की व्यवस्था की जा रही है। जिससे यहां प्रवेश लेने वाले छात्रों को पढ़ाई और प्रशिक्षण के लिए बेहतर माहौल मिले और उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार अच्छे स्किल्ड एवं वेल ट्रेंड एम्प्लॉयी तैयार किए जा सकें।

कलेक्टर श्री सिन्हा के निर्देश पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था पुसौर तथा महिला रायगढ़ का उन्नयन एनटीपीसी द्वारा किया जा रहा है। जिसमें आईटीआई पुसौर में लगभग 1 करोड़ 19 लाख की लागत से क्लासरूम, फर्नीचर तथा ट्रेनिंग के लिए उपकरणों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही यहां कैंपस के अंदर रोड, साइकिल स्टैंड को भी व्यवस्थित किया जा रहा है।

इसी प्रकार आईटीआई तमनार का रेनोवेशन जेपीएल तमनार के माध्यम से लगभग 40 लाख रुपए की लागत से हो रहा है।जिसमें संस्था के भवन के जीर्णोद्धार के साथ फिटर और वेल्डर ट्रेड को अपग्रेड किया जा रहा है। इसके अलावा आवश्यक पार्किंग स्टैंड और प्लेग्राउंड एरिया तैयार कराया जा रहा है।

खरसिया आईटीआई में टाटा टेक्नोलॉजी के माध्यम 6 नए ट्रेड खोले जायेंगे। इसके लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने हेतु जीपीएल तमनार के माध्यम से लगभग 25 लाख की लागत से कार्य कराया जा रहा है।

इसी कड़ी में रायगढ़ आईटीआई में संचालित व्यवसायों का उन्नयन एमएसपी स्टील द्वारा लगभग 15 लाख की लागत से किया जा रहा है। साथ ही संस्था के ट्रेसम हाल का जीर्णोद्धार हेतु डीएमएफ फंड से 15 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। जिसका कार्य पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जा रहा है।

वहीं औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था लैलूंगा हेतु आवश्यक 1 लाख की लागत के सीसीटीवी कैमरा एवं बायोमेट्रिक मशीन की भी आपूर्ति डीएमएफ फंड से जिला प्रशासन द्वारा कराया गया है।

औद्योगिक प्रशिक्षण की गुणवत्ता होगी बेहतर

कलेक्टर श्री सिन्हा के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों का उद्योगों के माध्यम से उन्नयन कराकर युवाओं को अच्छी शिक्षा प्राप्त कर उनके गुणवत्ता को निखारने के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। सीएसआर के तहत कंपनीज को सीधे संस्थाओं में सुविधाओं को बेहतर करने की जिम्मेदारी दी गई है। जिससे तेजी से कार्य हो रहा है।

प्रशिक्षण उपरांत युवाओं को जिले में ही स्थापित औद्योगिक इकाइयों में भी रोजगार मुहैय्या कराने के क्षेत्र में रोजगार मेले के माध्यम से सार्थक प्रयास किया जा रहा है।

रोजगार मेले से स्थानीय युवाओं को मिल रहे मौके

जिसमें रायगढ़ जिला में स्थापित औद्योगिक इकाइयों से वैकेंसी प्राप्त कर जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए रोजगार मितान पोर्टल के माध्यम से युवाओं को ज्यादा से ज्यादा एवं सहज तरीके से रोजगार प्राप्ति का मौका प्रदान किया जा रहा है। जिसमें जिले के शैक्षणिक संस्थानों से पास आउट अभ्यर्थी लाभान्वित हो रहे हैं।

 

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